Sunday, June 16, 2013

अच्छा नही लगता

मैं और कोई बात करूं अच्छा नही लगता ।

प्यार कहूँ प्यार सुनूँ अच्छा लगता है ,
पर दर्द कहूँ दर्द सुनूँ अच्छा नही लगता ।

किसके पास गम नही है इस जहान में ,
बस मैं ही इक हल्ला करूं अच्छा नही लगता ।

तुमने ही दिया दर्द है तुम्ही न सुनोगे ,
किसी और से शिकवा करूँ अच्छा नही लगता ।

दिन भर तुम्हारी याद में बेचैन रहूँ मैं  ,
और रातभर रोया करूँ अच्छा नही लगता ।

क्या रखा है दुनियां में कहो प्यार के सिवा ,
बिना प्यार के जिन्दा रहूँ अच्छा नही लगता । 

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